
जोधपुर, 10 अप्रैल।
जोधपुर मंडल के डीआरएम अनुराग त्रिपाठी ने गुरुवार को वरिष्ठ अधिकारियों की टीम के साथ जोधपुर से जैसलमेर रेल खंड का विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण किया। यह निरीक्षण डीआरएम त्रिपाठी के पदभार ग्रहण करने के बाद इस रेल मार्ग का पहला दौरा था, जिसमें उन्होंने पूरे रेल खंड पर सुरक्षा मानकों की गहन समीक्षा की और यात्री सुविधाओं में सुधार के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने फलोदी, रामदेवरा, पोकरण और जैसलमेर स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं, प्लेटफॉर्म की स्थिति, सफाई व्यवस्था, संकेत प्रणाली, प्रतीक्षालय और अन्य बुनियादी ढांचे का अवलोकन किया।
अमृत भारत योजना की समीक्षा और स्थानीय संवाद
फलोदी स्टेशन पर चल रहे अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकास कार्यों की गुणवत्ता और समयबद्धता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। यहां मौजूद जनप्रतिनिधियों ने रेल सेवाओं में ठहराव से जुड़े मुद्दों पर ज्ञापन सौंपा। डीआरएम ने स्थानीय एनजीओ की बालिका सदस्यों से भी भेंट की और उन्हें प्रोत्साहित किया।
रामदेवरा स्टेशन पर पुनर्विकास कार्यों की समीक्षा के बाद डीआरएम त्रिपाठी ने बाबा रामदेव जी के समाधि स्थल पर दर्शन भी किए।
पोकरण स्टेशन और नई रेल परियोजना
पोकरण स्टेशन पर भी डीआरएम ने चल रहे पुनर्विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रामदेवरा से पोकरण के बीच भैरव गुफा और कैलाश टेकरी होकर नई रेल लाइन को स्वीकृति प्रदान की है। इस परियोजना से जोधपुर और बीकानेर से जैसलमेर की यात्रा में लगभग 45 मिनट की बचत होगी और यात्रियों को अब शंटिंग के समय ट्रेन से नहीं उतरना पड़ेगा, जिससे यात्रा और भी सुरक्षित और आरामदायक बनेगी।
जैसलमेर स्टेशन निरीक्षण और संरक्षा संगोष्ठी
जैसलमेर स्टेशन पर डीआरएम ने 140 करोड़ रुपए की लागत से चल रहे री-डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया और सुरक्षा मानकों की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि स्टेशन के पुनर्विकास का 90% कार्य पूर्ण हो चुका है और शेष कार्य जून 2025 तक पूरा हो जाएगा।
निरीक्षण के उपरांत उन्होंने रेलवे कर्मचारियों के साथ संरक्षा संगोष्ठी का आयोजन कर रेल संचालन में सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।
निरीक्षण टीम में ये अधिकारी रहे शामिल
इस निरीक्षण दौरे में वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक विकास खेड़ा, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक लोकेश कुमार सिंह, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (समन्वय) मनोहर सिंह, वरिष्ठ मंडल बिजली इंजीनियर (सामान्य) नितेश कुमार मीणा, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी मुकेश कुमार मीणा, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर (पॉवर) जोगेंद्र मीणा, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (संकेत व दूरसंचार) समेत आरपीएफ जवान, निरीक्षक और सुपरवाइजर मौजूद रहे।
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